केजरीवाल को लेकर ED की चौंकाने वाली दलील, कोर्ट में किसने क्या कहा? जानें
दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. जहां, कोर्ट ने उन्हें 6 दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है. ईडी ने कोर्ट से केजरीवाल की 10 दिनों की रिमांड मांगी थी, हालांकि कोर्ट ने उन्हें 6 दिनों के लिए हिरासत में भेजा है. ईडी ने गुरुवार रात को केजरीवाल को उनके आवास से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी से पहले ईडी की टीम ने उनके आवास की तलाशी भी ली थी.
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और रिमांड की मांग को लेकर राउज एवेन्यू कोर्ट में दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग दलीलें दी गईं. ईडी की ओर से असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने दलील दी तो दूसरी केजरीवाल की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी, रमेश गुप्ता और विक्रम चौधरी ने अपनी-अपनी दलील पेश की. दोनों पक्षों की ओर से किसने क्या-क्या दलील दी और ईडी की ओर से क्या कहा गया, इसकी जानकारी सामने आई है.
ईडी की ओर से पेश एएसजी राजू ने क्या-क्या कहा?
एसजी राजू ने कहा कि केजरीवाल को दिल्ली में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया, हम 10 दिनों की रिमांड की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मामले के मुख्य साजिशकर्ता हैं. केजरीवाल ने दूसरे नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची. शराब नीति की क्रियान्वयन में केजरीवाल सीधे रूप से शामिल थे.
उन्होंने कहा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुख्य साजिशकर्ता हैं, केजरीवाल ने दूसरे नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची. पीएमएलए के तहत इस पूरे मामले में कई आरोप हैं, एक्सपर्ट कमेटी जिसका काम नीति के लिए राय इकट्ठी करनी थी, उसने कोई काम नहीं किया. मनीष सिसोदिया ने भी मामले में मुख्य भूमिका निभाई, सिसोदिया की जमानत सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था.
एएसजी ने कहा, केजरीवाल ने नीति में हुए भ्रष्टाचार का षड्यंत्र रचा है. गोवा चुनाव में किकबैक का इस्तेमाल किया गया. मनीष सिसोदिया ने विजय नायर को केजरीवाल के घर बुलाया और शराब नीति से जुड़े दस्तावेज दिए थे. विजय नायर केजरीवाल और के कविता के लिए काम कर रहा था, साउथ ग्रुप में मिडिल मैन की भूमिका में थी.
ईडी की ओर से कोर्ट में दलील दी गई कि विनय नायर मुख्यमंत्री के आवास के पास रहता था. वह आम आदमी पार्टी का मीडिया इंचार्ज भी था. विजय नायर केजरीवाल का बेहद करीबी था. राजू ने कहा कि के कविता ने आम आदमी पार्टी को 300 करोड़ दिए थे. इसके बाद कोर्ट में रेड्डी और केजरीवाल के बयान को सामने रखा गया, जिसमें उसने दिल्ली में शराब का व्यवसाय करने में रुचि दिखाई थी.
ईडी ने दलील दी कि केजरीवाल को साउथ ग्रुप से किक बैक मिली थी. राघव मुगंता का बयान पढ़ते हुए, ईडी ने कहा कि केजरीवाल चाहते थे कि उनके पिता दिल्ली में शराब कारोबार का चेहरा बनें. कोर्ट को बताया गया कि केजरीवाल ने शरत रेड्डी को विजय नायर पर भरोसा रखने को कहा. दो बार कैश ट्रांसफर किया गया, बुच्ची बाबू के जरिए पहले 10 करोड़ और फिर 15 करोड़ ट्रांसफर किया गया. केजरीवाल पंजाब और गोवा चुनाव के लिए फंडिंग चाहते थे.
एएसजी राजू ने कोर्ट को बताया कि अरविंद केजरीवाल आप पार्टी के मुखिया हैं. आबकारी नीति अरविंद, मनीष और संजय सिंह द्वारा लागू की गई थी. विजय नायर, केजरीवाल का दाहिना हाथ है. वो केजरीवाल के लिए किक बैक इकट्ठा करता था, पॉलिसी लागू करने और जो ना माने उसे धमकाने का काम करता था.