सैकड़ों यात्रियों की जान ले सकती थी स्टेशन मास्टर की ये गलती, सिग्नल न मिलने से.

Indian Railway : हजारों रेल कर्मियों की मेहनत से भारतीय रेल यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाती है लेकिन अगर कोई एक कर्मी भी लापरवाही कर दे तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। पिछले दिनों हुईं दुर्घटनाओं के बाद रेलकर्मियों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं किए जाने की चेतावनी भी दी गई थी लेकिन इटावा में एक स्टेशन मास्टर की गजब लापरवाही सामने आई है।

 

आधे घंटे तक खड़ी रही ट्रेन

उत्तर प्रदेश के इटावा में एक छोटा सा स्टेशन है, इस स्टेशन का नाम उदी मोड रोड है। यहां एक ट्रेन आधे घंटे तक सिग्नल का इतंजार करती रही लेकिन स्टेशन मास्टर की तरफ से ग्रीन सिग्नल नहीं दिया जा रहा था। ऐसे में ट्रेन के लोको पायलट ने हॉर्न बजाना शुरू किया। कई बार हॉर्न बजाए जाने के बाद स्टेशन मास्टर हरकत में आए और उन्होंने ट्रेन को सिग्नल दिया फिर ट्रेन रवाना हुई।

सो गया स्टेशन मास्टर, हॉर्न बजाता रहा लोको पायलट

पता चला कि स्टेशन मास्टर को झपकी आ गई थी और वह सो गए थे। जब आधे घंटे से अधिक समय तक ट्रेन को सिग्नल नहीं मिला तो लोको पायलट ने हॉर्न बजाना शुरू किया। इसके बाद स्टेशन मास्टर की नींद टूटी और उन्होंने ट्रेन को आगे बढ़ने के लिए सिग्नल दिया। अब स्टेशन मास्टर की इस लापरवाही को लेकर जांच की जा रही है।

हालांकि स्टेशन मास्टर ने सफाई भी दी है, उनका कहना है कि जिस वक्त यह घटना हुई, तब वह स्टेशन पर अकेले ही थे।उनके साथ ड्यूटी पर तैनात पॉइंट्समैन ट्रैक निरीक्षण के लिए गए थे। इस दौरान उन्हें झपकी आ गई और ट्रेन को आधे घंटे तक सिग्नल मिलने का इंतजार करना पड़ा।

घटना को गंभीरता से लेते हुए आगरा डिवीजन की तरफ से स्टेशन मास्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आगरा डिवीजन पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया, “स्टेशन मास्टर को आरोप पत्र जारी किया है और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।” वहीं स्टेशन मास्टर की इस लापरवाही ने रेलवे को फिर कटघरे में खड़ा कर दिया है।

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