Truecaller ने स्पैम कॉल्स को ब्लॉक करने के लिए पेश किया नया AI फीचर
कॉलर आइडेंटिफिकेशन सर्विस Truecaller ने स्पैम कॉल्स को ब्लॉक करने के लिए नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) फीचर पेश किया है। हालांकि, यह केवल इसके एंड्रॉयड ऐप पर उपलब्ध होगा। इसे एक प्रीमियम फीचर के तौर पर जोड़ा गया है और इस ऐप के पेड यूजर्स को ही यह उपलब्ध होगा।
हाल ही में ट्रूकॉलर ने देश में कॉल रिकॉर्डिंग और AI सपोर्ट वाले ट्रांसक्रिप्शन फीचर को भी पेश किया था। ट्रूकॉलर के पेड यूजर्स स्पैम कॉल्स को ब्लॉक करने वाले नए फीचर के लिए Settings > Block पर जा सकते हैं। इससे पहले इस सेटिंग में दो टैब – Basic और Off में से यूजर्स चुन सकते थे। इसमें बेसिक मोड पर ऐप ऑटोमैटिक तरीके से उन नंबर्स से आने वाली कॉल्स को ब्लॉक कर देता है जिनके स्पैम होने की बड़ी संख्या में रिपोर्ट की गई है। इसके ऑफ मोड में स्पैम कॉलर्स की पहचान की जाती है लेकिन उन कॉल्स को ब्लॉक नहीं किया जाता।
इस नए फीचर को ‘Max’ कहा जाएगा। इसे चुनने पर ऐप पहचाने गए सभी स्पैम नंबर्स से कॉल्स को ब्लॉक कर देगा। हालांकि, इस सेटिंग को चुनने पर एक चेतावनी भी दी जाएगी कि इससे कुछ वैध कारोबारों से कॉल्स को भी ब्लॉक किया जा सकता है। भारत सहित बहुत से देशों में स्पैम और टेलीमार्केटिंग कॉल्स में बढ़ोतरी हुई है। ट्रूकॉलर की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि देश में यूजर्स को प्रति माह औसत 18 स्पैम कॉल्स मिलती हैं। टेलीकॉम रेगुलेटर ने भी Reliance Jio और Bharti Airtel जैसी टेलीकॉम कंपनियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फिल्टर्स के इस्तेमाल से अपने नेटवर्क्स पर टेलीमार्केटिंग कॉल्स को ब्लॉक करने का निर्देश दिया था।
ट्रूकॉलर ने स्वीडन के बाहर अपना पहला एक्सक्लूसिव ऑफिस बेंगलुरु में शुरू किया था। इस ऑफिस का इस्तेमाल देश के लिए विशेष फीचर्स डिवेलप करने में किया जाएगा। स्वीडन के स्टॉकहोम में हेडक्वार्टर रखने वाली इस कंपनी ने भारत में लगभग एक दशक पहले अपने बिजनेस की शुरुआत की थी। इस ऑफिस की कैपेसिटी लगभग 250 वर्कर्स की है। इसमें मॉडर्न टेक्नोलॉजी और सुविधाएं उपलब्ध हैं। ट्रूकॉलर के लगभग 35 करोड़ यूजर्स हैं और इनमें से लगभग 25 करोड़ यूजर्स भारत से हैं। इसका कहना है कि देश में उसके प्लेटफॉर्म पर नए प्रोडक्ट्स और सर्विसेज लॉन्च करने के लिए मौके हैं।