एक बार में क्रैक की UPSC की सिविल सर्विस परीक्षा, कलेक्टर बनते ही सिर्फ 6 दिन में चली गई नौकरी
15-20 सालों की पढ़ाई लिखाई के बाद कई व्यक्ति अपना करियर बना पाता है। कई ऐसे युवा हैं, जो आईएसएस ऑफिसर या कलेक्टर जैसी नौकरियां पाने के लिये कड़ी मेहनत करते हैं, यूपीएससी परीक्षाएं देते हैं। कई विद्यार्थी एक बार असफल हो जाने पर बार-बार परीक्षाएं देते हैं। इनमें से कुछ चुनिंदा ही ऐसे कैंडिडेट्स होते हैं, जो अपनी लगन और परिश्रम से एक बार में ही परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाते हैं, लेकिन कभी आपने सोचा है कि क्या हो अगर, कोई इंसान कलेक्टर बन जाये और महज 6 दिनों में उससे उसकी नौकरी छिन जाये तो।
सुन कर आश्चर्य जरूर हुआ होगा, लेकिन ऐसा सच में किसी के साथ हुआ है। ये व्यक्ति हैं श्रीराम वेंकिटरमण। एक ऐसे आईएएस ऑफिसर जिन्होंने एक ही बार में यूपीएससी के इग्जाम क्रैक कर लिये और आईएएस ऑफिसर बन गये। साल 2012 में पहले ही अटैम्प्ट में श्रीराम वेंकिटरमण ने सूपीएससी की सिविल सर्विस एग्जाम में पास हो दूसरा रैंक हासिल किया।
एक आरोप ने छीन लिया सारी मेहनत का फल
श्रीराम वेकिंटरमण और उनका परिवार उनकी इस सफलता से काफी खुश थे। श्रीराम वेकिंटरमण ने बतौर कलेक्टर केरल के अल्पुझा जिले की कमान संभाली, लेकिन वे बस 6 दिन ही इस पद पर रह पाये। कारण था, कलेक्टर की नौकरी ज्वॉयन करने के एक हफ्ते पहले उनसे हुई एक गलती या यूं कह लें कि उन पर एक आरोप लगा था।
आरोप है कि साल 2019 में श्रीराम वेकिंटरमण शराब पीकर गाड़ी चला रहे थे और उनकी गाड़ी से एक इंसान दुर्घटना का शिकार हो गया। ये इंसान एक पत्रकार था, जिसका नाम था केएम बशीर। एक्सीडेंट के बाद पत्रकार की मृत्यु हो गई। श्रीराम अपनी एक दोस्त की वोक्सवैगन वेंटो में उनके साथ जा रहे थे। गाड़ी श्रीराम चला रहे थे। ड्राइविंग के वक्त उनका संतुलन बिगड़ गया और संग्रहालय रोड के पास के एम बशीर को चक्कर मार दी। हालांकि, उनके सह-यात्री ने कहा कि वह कार चला रही थी, जबकि चश्मदीदों ने कुछ और ही बयान दिया था। उस वक्त श्रीराम वेंकिटरमण देविकुल्लम के स्टेट कलेक्टर थे, जिस पद से उन्हें 6 महीनों के लिये सस्पेंड कर दिया गया।
करना पड़ा जनविरोध का सामना
जब अल्पुझा जिले के लोगों को पता चला कि श्रीराम वेकिंटरमण को वहां का कलेक्टर बनाया गया है, तो लोगों ने जम कर विरोध किया, जिस वजह से श्रीराम वेकिंटरमण को कलेक्टर के पद से हटाना पड़ा। श्रीराम वेकिंटरमण का ट्रांसफर किसी दूसरी जगह किया गया। इस तरह सिर्फ 6 दिनों में श्रीराम वेंकिटरमण से कलेक्टरी छीन ली गयी थी।
हालांकि, साल 2020 में तिरुअनंतपूरम की जिला अदालत ने आईएएस अधिकारी पर लगे सभी आरोपों को खारीज कर दिया। साथ ही राज्य सरकार ने उनका निलंबन भी रद्द कर दिया था। वर्तमान में श्रीराम वेकिंटरमण केरल स्टेट सिविल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड के जनरल मैनेजर का पद संभाल रहे हैं।
2020 में मिली क्लीन चिट
मार्च 2020 में, बशीर के परिवार के विरोध करने पर उन्हें स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त कर दिया गया। वे स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय विभाग,केरल में संयुक्त सचिव बने। बाद में उन्हें अलप्पुझा जिले के जिला कलेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया। हालांकि, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने प्रक्रिया के एक हिस्से के रूप में बहाली को उचित ठहराया। उधर, केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स और केरल मुस्लिम जमात जैसे कई संगठनों ने इसका विरोध किया, जिसके बाद उन्हें 1 अगस्त, 2022 को महाप्रबंधक केरल राज्य नागरिक आपूर्ति निगम लिमिटेड के पद पर स्थानांतरित कर दिया गया।