झाड़ू से बन सकते हैं करोड़पति या फिर कंगाल…! वास्तु शास्त्र के अनुसार जानिए कैसे?
वास्तुशास्त्र में हर चीज़ के लिए वर्णन किया जाता है। प्रतिदिन किए जाने वाले काम से हमें नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। इसका पूरा प्रभाव हमारे सफलता, स्वास्थ्य और धन पर भी पड़ता है। ऐसे में, घर में झाड़ू सभी के लिए मौजूद होती है। यह झाड़ू व्यक्ति की प्रगति का एक महत्वपूर्ण साधन होती है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार झाड़ू को “माँ लक्ष्मी” का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, यह व्यक्ति के जीवन पर शुभ और अशुभ प्रभाव डालता है। हमारे वास्तुशास्त्र से संबंधित उपायों का पालन करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है। कई बार, झाड़ू के साथ-साथ छोटी-छोटी गलतियाँ भी हमें बड़ी मुश्किल में डाल सकती हैं या यूं कहें कि हमारी समृद्धि में बाधा बना सकती हैं। इसके लिए, कुछ विशेष नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक होता है।
झाड़ू के उपाय
घर के झाड़ू को छुपा कर रखें
वास्तुशास्त्र के अनुसार, झाड़ू को यदि आप इंसानों की दृष्टि से छुपा कर नहीं रखते हैं, तो आपके घर पर नजर लग सकती है और इसके अलावा आपको कुछ अशुभ परिणामों का सामना भी करना पड़ सकता है। आपको घर की झाड़ू को कभी भी बेड के नीचे रखना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे बीमारियों का प्रवेश हो सकता है। यदि संभव हो, तो घर में झाड़ू को हमेशा छुपा कर ही रखें।
झाड़ू को ना रखें खड़ा
वास्तुशास्त्र के अनुसार, झाड़ू को कभी भी खड़ा नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है कि यदि झाड़ू को जिस घर में खड़ा रखा जाता है, वहां की लक्ष्मी जी भी रुक जाती है और घर में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
इस दिन खरीदे नई झाड़ू
वास्तुशास्त्र के अनुसार, झाड़ू को खरीदने के लिए सही समय निर्धारित किया गया है। यदि आपके घर में झाड़ू नहीं है और आप नई झाड़ू खरीदना चाहते हैं, तो इसे मुख्य रूप से शनिवार के दिन या कृष्ण पक्ष में ही खरीदें। इसके अलावा, अन्य दिनों में झाड़ू खरीदने की बात करेंगे तो वह आपके घर के लिए सही नहीं होती है।
झाड़ू रखने की सही दिशा
वास्तुशास्त्र के अनुसार, झाड़ू को सही दिशा में रखने की विधि यह है कि उसे लोगों की नजरों से छुपाकर रखा जाए। यदि आप इसे ईशान कोण में रखते हैं, तो भी यह सही नहीं होता है। किचन के आसपास में झाड़ू कभी नहीं रखनी चाहिए। यदि आप इन जगहों पर झाड़ू को रखते हैं, तो आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा और आपके घर में दरिद्रता भी आ सकती है।