Uttar Pradesh: यात्री बनकर बस में सफर, बैग में भरा 50 लाख का गांजा… मां-बेटी सहित पांच गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की बबीना पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक पब्लिक ट्रांसपोर्ट से तस्करी कर ले जाए जा रहे गंजे की बड़ी खेप को बरामद किया है. इस गंजे का वजन लगभग 95 किलो से भी ज्यादा है. बाजार में इसकी कीमत करीब 50 लाख रुपये से भी ज्यादा आंकी जा रही है. ओडिशा से गंजे की इस खेप को आरोपियों द्वारा बड़े-बड़े ट्राली बैग में भरकर लाया जा रहा था. पुलिस को शक न हो इसलिए यात्री बनकर तस्कर सफर कर रहे थे.
पकड़े गए आरोपियों में एक मां-बेटी और पति-पत्नी शामिल हैं. एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बबीना पुलिस रात्रि चेकिंग कर रही थी. इस दौरान एक पब्लिक ट्रांसपोर्ट में यात्री बनकर बैठी दो महिलाएं और एक लड़की पुलिस को देखकर सकपकाने लगी. पुलिस को कुछ संदेह लगा. पुलिस ने जब इन महिलाओं के साथ जा रही लड़की से पूछा कि इस बैग में क्या है, तो वह नहीं बता सकी और घबराने लगी.
शक होने पर पुलिस ने खुलवाया बैग. फिर…
लड़की को घबराता हुआ देखकर पुलिस ने बैग को खोलने के लिए हाथ बढ़ाया. बैग खोलने पर देखा कि उसके अंदर भारी मात्रा में गांजा भरा हुआ है. पुलिस ने महिलाओं और इनके दो अन्य साथी युवकों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया. पुलिस गंजे से भरे ट्राली बैग सहित सभी आरोपियों को थाने लेकर आई.
सीतापुर की रहने वाली है गैंग की सरगना
वहां आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ की गई, तो पता चला कि इस तस्कर गैंग की मुख्य सरगना शैलेष कुमारी है. वह उत्तर प्रदेश के सीतापुर की रहने वाली है. ट्राली बैग में उड़ीसा से गंजे की तस्करी कर झांसी के रास्ते मध्यप्रदेश में बेचने के लिए ले जाया जा रहा था. शैलेष कुमारी के इस तस्करी के धंधे में मोटा मुनाफा देखकर उनके परिचित आशुतोष गुप्ता और उसकी पत्नी संजना गुप्ता भी इसमें शामिल हो गए. दोनों कन्नौज के रहने वाले हैं.
गांजा, मोबाइल फोन और नगदी हुई बरामद
कभी पति-पत्नी तो कभी मां-बेटी के साथ तस्करी करने की वजह से पुलिस को इन लोगों पर शक नहीं होता था. यह लोग आसानी से ओडिशा से गांजा तस्करी के काम को अंजाम देकर मोटी रकम कमा रहे थे. पुलिस ने इस मामले में मां-बेटी, पति-पत्नी सहित एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोपियों के पास से 50 लाख रुपये का गांजा, चार मोबाइल फोन और कुछ नगदी बरामद की गई है.