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1 साल बाद माफिया अतीक के भाई अशरफ का आधा जवाब हुआ पूरा, मरने से पहले उसने कहा था ‘कि मेन बात ये है की गुड्डू…’

प्रयागराज: माफिया अतीक के भाई अशरफ की हत्या के 1 साल बाद पुलिस ने अशरफ का आधे जवाब को पूरा कर लिया है। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को उस वक्त गोली मार कर हत्या कर दी गई थी जब अतीक और अशरफ मीडिया को बाइट दे रहे थे।

अतीक और अशरफ की हत्या को एक साल पूरा हो गया है। एक साल तक लोगों के जेहन में सिर्फ यही सवाल था की हत्या से पहले अशरफ मीडिया को जो बात बताना चाह रहा था वो क्या थी, मीडिया की बाइट में अशरफ ने जैसे ही बोला की मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम… तभी उसको शूटरों ने गोली मार दी थी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

ये कहना चाह रहा था अशरफ

तभी से लोग अशरफ के इसी जवाब को जानना चाहते थे कि अशरफ गुड्डू मुस्लिम को लेकर क्या खुलासा करना चाहता था, लेकिन कुछ हद तक अशरफ की ये बात पूरी हो गई है दरअसल उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाए गए अतीक के बेटे अली का पुलिस ने नैनी जेल जाकर उमेश पाल हत्याकांड का वारंट तामील कराया था तब ये बात सामने आई की गुड्डू मुस्लिम ही घर का भेदी था और अशरफ यही बताना चाह रहा था कि मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम गद्दार है।

पुलिस ने खोली दोनों बेटों की हिस्ट्रीशीट

प्रयागराज पुलिस माफिया अतीक और अशरफ के गुर्गों पर व उसके अपराधी बेटों पर लगातार शिकंजा कस रही है। इसी बीच पुलिस ने जेल में बंद अतीक के दोनों बेटों की हिस्ट्रीशीट भी खोल दी है। लखनऊ जेल में बंद अतीक के बड़े बेटे उमर और प्रयागराज के नैनी जेल में बंद छोटे बेटे अली की हिस्ट्रीशीट खुल्दाबाद थाने में खोली गई है। उमर अहमद पर 3 मुकदमे दर्ज है और वो देवरिया जेल कांड के आरोप में जेल में बंद है। खुल्दाबाद थाने में उमर की हस्ट्री शीट संख्या 57 B है जबकि अतीक का छोटा बेटा ज़्यादा शातिर और आपराधिक किस्म का है उसके ऊपर अलग-अलग थानों में कुल 11 मुक़दमें दर्ज है।

जेल से शुरू किया था रंगदारी वसूलने

पुलिस के मुताबिक, जेल में रहते हुए अली ने रंगदारी वसूलने की कमान संभाली थी, जिस पर जेल में रहते हुए उस पर रंगदारी सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हुए थे। खुल्दाबाद थाने में अली की हिस्ट्रीशीट संख्या 48 B है, पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर अतीक के दोनों बेटों को भी उमेश पाल हत्याकांड में भी आरोपी बनाया है। उमेश पाल हत्या कांड में दो दिन पहले पुलिस ने अली का बयान दर्ज किया है उसी दौरान अली से गुड्डू मुस्लिम के बारे में सवाल किया गया था जिस पर अली ने गुड्डू मुस्लिम को गद्दार बताते हुए उसकी आँखें भर आईं थी।

अतीक के बेटों को भी शक

उमेश पाल हत्याकांड में सबसे ज़्यादा चर्चा अतीक के बमबाज़ गुड्डू मुस्लिम की ही रही गुड्डू मुस्लिम अतीक से पहले पूर्वांचल के कई बड़े माफियाओं के लिए काम कर चुका था, उमेश पाल और दो सरकारी गनर की हत्या के बाद पुलिस और STF ने उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अतीक के बेटे असद और गुलाम को झांसी में मुठभेड़ में मार गिराया था जबकि अतीक के शूटर उस्मान चौधरी और अरबाज को प्रयागराज के अलग अलग इलाको में मुठभेड़ के दौरान मारा गया था। अतीक के बेटे असद और गुलाम की लोकेशन STF को कैसे मिली इस पर अतीक के गैंग के लोगों और उसके बेटों को गुड्डू मुस्लिम पर शक है, जब पुलिस अली और उमर का जेल में वारंट तामील कराने गई थी तब दोनों बेटों ने ये शक भी ज़ाहिर किया था।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जब पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड का कोर्ट से रिमांड बनवाकर जेल में वारंट तामील कराकर दोनों का बयान लिया तब गुड्डू के गद्दारी का कुछ राज़ खुला था। हालांकि कोई भी पुलिस अधिकारी इस बारे में कुछ नहीं बता रहा। अतीक के बेटों और पकड़े गए लोगों के बयानों से भी इसके अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं।

कौन है गुड्डू मुस्लिम?

प्रयागराज के चकिया के चक निरतुल में रहने वाला गुड्डू मुस्लिम 2002 में अतीक अहमद के सम्पर्क में आया था गुड्डू मुस्लिम के पास देसी बम बनाने की कई टेक्निक है, कहते हैं कि गुड्डू पैदल चलते हुए या फिर पीछे बाइक पर बैठा बैठा भी बम बना लेता है और गुड्डू के ही बम से उमेश पाल के एक सुरक्षा कर्मी की जान गई थी। गुड्डू पूर्वांचल के डॉन श्री प्रकाश शुक्ला सहित कई माफियाओं के लिए काम कर चुका है। अतीक के जेल जाने के बाद वसूली की रक़म गुड्डू मुस्लिम और साबिर ही अतीक की बीवी शाईस्ता का आदेश मिलने पर वसूलते थे, उमेश पाल हत्याकांड के बाद से गुड्डू मुस्लिम, साबिर, अरमान भी फरार हैं। इन पर पुलिस ने 5 लाख रुपये का इनाम रखा है, प्रयागराज पुलिस ने गुड्डू मुस्लिम को भगोड़ा घोषित करते ही उसके दो मकानों को गैंगस्टर के तहत कुर्क किया है।

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