क्या आप भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं तो इस बार सावन में पढ़ रहे हैं 8 सोमवार… शिव कृपा पाने का अचूक उपाय

भगवान शिव को सभी मास में से सबसे ज्यादा श्रावण मास प्रिय होता है, या ऐसा कहा जा सकता है कि सभी भक्तों को श्रावण के महीने की बेसब्री से प्रतीक्षा होती है। क्योंकि भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने के लिए सावन माह को बहुत शुभ माना जाता है। 2023 में श्रावण माह में न केवल एक, बल्कि दो मास हैं। इस बार श्रावण मास 30 नहीं, बल्कि 60 दिनों का होगा। इसके अलावा, सावन मास में 8 सोमवार भी होंगे, जिनका पूजन विशेष तौर पर किया जाएगा।

 वास्तव में, धार्मिक विश्वास और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विक्रम संवत 2080 में 12 महीनों की जगह पहले से अधिक एक महीना हो गया है। इसे “अधिक मास” कहा जाता है। हिंदू पंचांग में यह महीना हर 3 साल के बाद आता है, इसलिए यह अधिक मास बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

दरअसल, अधिक मास के महीने में पूजा-पाठ, दान और पुण्य का विशेष महत्व होता है, लेकिन इस बार खास संयोग है कि श्रावण मास का महीना पड़ रहा है, जिससे सभी भोलेनाथ के भक्तों को भगवान शिव की सेवा करने का एक अद्वितीय अवसर मिलने वाला है।

यदि आप भगवान शिव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो श्रावण मास में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय आप कर सकते हैं। इन उपायों से आपको भगवान शिव की कृपा की दृष्टि सदैव बनी रहेगी और आपके घर परिवार में खुशहाली और संपन्नता की प्राप्ति होगी। चलिए, जानते हैं कौन-कौन से उपाय सावन मास में श्रेष्ठ माने जाते हैं।

इसलिए बढ़ता है 3 साल में 1 महीना

भगवान शिव हमेशा अपने भक्तों पर कृपा बनाए रखते हैं। इस बार, वैदिक पंचांग के आधार पर सूर्य और चंद्रमा की गणना के बाद, चंद्रमा को 354 दिन और 4 माह के रूप में मान्यता दी जाती है। इसलिए, हर साल 11 दिनों का अंतर होता है, जो हर 3 साल में पूरे होकर एक अतिरिक्त महीना बन जाता है। 3 साल में कुल मिलाकर 33 दिन होते हैं। इन 33 दिनों को तीसरे साल में जब पढ़ा जाता है, उसे “अधिक मास” या “पुरुषोत्तम मास” कहा जाता है।

59 दिन का सावन होने का कारण

2023 में सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा, जिसका कुल मिलाकर 59 दिन का होगा। सावन के महीने में 18 जुलाई से 16 अगस्त तक का सावन अधिक मास के महीने के रूप में गणना होगा। इस कारण, सावन का महीना इस बार 2 महीने का हो जाएगा।

 सावन के सोमवार भी इस साल अधिक मास होने की वजह से आठ पड़ेंगे। सावन के महीने में सभी व्रत और त्योहार सामान्य रूप से पड़ेंगे। जैसे रक्षाबंधन 31 अगस्त को पड़ेगा, मुख्य रूप से यह 10 से 15 अगस्त के आसपास आता है। सावन के महीने में मणिकांचन योग भी बन रहा है, जो बहुत ही शुभ माना जाता है। सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ेगा।

सावन के महीने में प्रतिदिन अगर शिवलिंग का जलाभिषेक किया जाता है, तो भगवान शिव की विशेष कृपा बनी रहती है। इसके अलावा, यह माना जाता है कि भोलेनाथ सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। भगवान शिव को भोले भंडारी कहा जाता है, इसलिए वे भक्त के भावों को देखकर ही प्रसन्न हो जाते हैं। चाहे कोई भी व्यक्ति किसी भी तरीके से उनके मंदिर जाए, वे उसकी सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं।

चतुर्मास पड़ेगा 5 महीने

इस बार सावन के महीने में अधिक मास होने के कारण चतुर्मास में 1 महीने की बढ़ोतरी हो जाएगी। कुल मिलाकर चतुर्मास 29 जून से शुरू होकर 23 नवंबर तक रहेगा। इस समय के दौरान विवाह, गृह प्रवेश और किसी भी शुभ कार्य के लिए लोगों को बहुत लंबा इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि चतुर्मास के दौरान कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। इसलिए इस बार 5 महीने का चतुर्मास पड़ने वाला है।

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