धरती की वो जगह, जो अंतरिक्ष से है सबसे नज़दीक, आज तक यहां नहीं पहुंच पाया कोई इंसान!

आप भी कई बार सोचते होंगे कि ज़िंदगी की आपधापी से दूर कहीं ऐसी जगह पर चले जाएं, जहां पर सुकून हो. जहां दूर-दूर तक कोई आपको जानता नहीं हो और सिर्फ शांति-सुकून ही हो. हालांकि आप कहीं भी जाएं, लोगों की बस्ती तो होती ही है. आज आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे. जहां वाकई कोई नहीं रहता या फिर यूं कहें कि कोई पहुंचा ही नहीं है.

धरती से अंतरिक्ष की दूरी कितनी है और वहां जाने में कितना समय लगता है, इसका अंदाज़ा तो हम सभी को है. हालांकि आप शायद उस जगह के बारे में नहीं जानते हों, जहां से धरती और अंतरिक्ष की दूरी काफी कम हो जाती है. यहां से धरती की नज़दीकी जगह पर पहुंचना ज्यादा मुश्किल है और अंतरिक्ष पर जाना आसान.

यहां से सिर्फ 250 मील रह जाता है अंतरिक्ष

हम जिस जगह के बारे में बात कर रहे हैं, वो है – प्वाइंट निमो. यहां से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन और उस पर रहने वाले अंतरिक्ष यात्री सिर्फ 250 मील की दूरी पर रह जाते हैं. इसके सबसे नज़दीक धरती की जो सूखी जगह है- वो ड्यूसी नाम का छोटा सा द्वीप है. सोचिए ड्यूसी द्वीप यहां से 1600 मील से भी ज्यादा दूरी पर है, लेकिन अंतरिक्ष सिर्फ 250 मील दूर रह जाता है. प्वाइंट निमो से धरती के नज़दीकी टुकड़े पर पहुंचने से जल्दी अगर ऊपर की ओर जाया जाए, तो अंतरिक्ष पहुंचा जा सकता है. यहां सन्नाटा इतना भयानक होता है कि चट्टान टूटने की आवाज़ भी रूह कंपा देती है.

यहां दफ़न हैं सैकड़ों स्पेसक्राफ्ट

लैडबाइबल की रिपोर्ट के मुताबिक इस जगह पर साल 1971 से लेकर 2016 के बीच इस जगह पर 260 से भी ज्यादा अंतरिक्ष यान दफ़न किए जा चुके हैं. इसे अंतरिक्ष यानों का कब्रिस्तान भी कहते हैं. इस जगह का नामकरण कैप्टन निमो के नाम पर किया गया था. इस जगह की खोजएक सर्वे इंजीनियर Hrvoje Lukatela ने की थी. प्रशांत महासागर में मौजूद इस सबसे सुनसान जगह को धरती का सबसे रिमोट एरिया माना जाता है. जब भी किसी अंतरिक्ष यान या स्टेशन में कोई खराबी होती है, उसे यहीं लाकर डंप किया जाता है.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *