गोगामेड़ी-सिद्धू मूसेवाला के बाद अब नफे सिंह हुए लॉरेंस गैंग के शिकार! फिल्मी स्टाइल में हत्या

इंडियन नेशनल लोकदल की हरियाणा राज्य इकाई के प्रमुख नफे सिंह राठी की झज्जर जिले में कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. पूर्व विधायक राठी पर झज्जर के बहादुरगढ़ कस्बे में हमलावरों ने उनकी एसयूवी पर गोलियां बरसाईं, जिसमें उनकी मौत हो गई. राठी द्वारा सुरक्षा के लिए नियुक्त किए गए तीन निजी बंदूकधारी भी हमले में घायल हो गए. सूत्रों के अनुसार शुरुआती जांच में नफे सिंह राठी की हत्या के पीछे कांट्रेक्ट किलिंग का शक है. हत्या में प्रोफेशनल किलर गैंग के इस्तेमाल की आशंका है. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी का हाथ साजिश में होने की आशंका है.

संपत्ति विवाद से जोड़कर भी पूरे मामले की जांच की जा रही है. जानकारी के मुताबिक पिछले कई दिनों से नफे सिंह राठी को धमकियां मिल रही थी. पार्टी द्वारा हरियाणा सरकार से नफे सिंह राठी को अतिरिक्त सुरक्षा देने की मांग की थी.

ऐसा नहीं है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम पहली बार किसी हत्या मामले से जुड़ा है. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा हत्या के लगातार चौथे मामले सामने आये हैं, जो इसी तर्ज पर किए गये थे.

इसके पहले खालिस्तानी अलगाववादी सुखदूल सिंह गिल उर्फ सुक्खा दुनेके, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया था.

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को गोलियों से दिया गया था भून

बता दें कि 21 सितंबर 2023 को बिश्नोई ने खालिस्तानी अलगाववादी सुखदूल सिंह गिल उर्फ सुक्खा दुनेके की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. 5 दिसंबर 2023 को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या जयपुर में इसी प्रकार की गई थी. गोगामेड़ी की 5 दिसंबर को जयपुर में उनके घर पर गोलियों से भून दिया गया था. हत्या की जिम्मेदारी बिश्नोई गैंग रोहित गोदारा ने बाद में ली थी.

मूसेवाला की हत्या की बिश्नोई गैंग ने ली थी जिम्मेदारी

इसके पहले शुभदीप सिंह सिद्धू, जिन्हें सिद्धू मूसेवाला के नाम से जाना जाता है, की पिछले साल 29 मई, 2022 को मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी. लॉरेंस बिश्नोई अपने बयान में दावा किया था कि अक्टूबर 2020 में दविंदर बंबीहा गिरोह द्वारा गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की हत्या के बाद उनके गिरोह ने बदला लेने यह हत्या की गई थी. उन्होंने कहा था कि गुरलाल बराड़ की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह उनके करीबी थे.

नफे सिंह की हत्या को लेकर बिश्नोई गैंग पर शक

सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से शाहरुख, डैनी और अमन नाम के तीन शूटर भेजे गए थे और आज जिस तरह से नफे सिंह की कार पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई थी. उसी तरह से गोलियां उस समय भी चलाई गई थी. मूसेवाला को मारने के लिए उन्हें और निशानेबाजों की जरूरत है और योजना बनाई गई थी.

पुलिस को शक है कि उसी तरह से पूरी योजना के साथ ही नफे सिंह की हत्या की गई है और इसमें भी शूटर का इस्तेमाल किया गया है, हालांकि फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है, लेकिन इस पूरी हत्या के पीछे कांट्रेक्ट किलिंग का मामला सामने आ रहा है और हत्या का स्टाइल पूरी तरह से लॉरेंस बिश्नोई गैंग का है.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *