Haryana News : हरियाणा में अब सभी को लेना पड़ेगा नया बिजली कनेक्शन, सरकार ने जारी किया ये अपडेट

हरियाणा में अब परिवार से अलग फैमिली आईडी बनवानी है तो अलग से नया बिजली कनेक्शन लेना पड़ेगा।

इसके लिए ऑनलाइन कॉमन सर्विस सेंटर पर ही आवेदन करते समय नया मीटर कनेक्शन नंबर दर्शाना होगा। पुराने फैमिली आईडी के बिजली मीटर कनेक्शन पर नई फैमिली आईडी नहीं बनेगी।

इतना ही नहीं अगर फैमिली आईडी में बिजली बिल में ज्यादा बिल की वजह से आय बढ़ाई दर्शायी गई है तो उसे वापस कम कराने के लिए भी निगम के एसडीओ से करेक्शन रिपोर्ट पोर्टल पर ही ऑनलाइन दर्ज करानी अनिवार्य होगी।

पहले अलग से फैमिली आईडी बनवाने के लिए नया मीटर कनेक्शन की कोई शर्त नहीं थी, मगर अब इसे अनिवार्य किया गया है। क्योंकि बिजली बिल को भी फैमिली आईडी से जोड़ा जा चुका है। इसके बाद बिजली बिल के हिसाब से भी परिवार की आमदनी घट और बढ़ रही है।

भिवानी जिले में अब तक करीब पौने तीन लाख परिवार पहचान पत्र बन चुके हैं। फैमिली आईडी की वोटर मैपिंग का काम भी चल रहा है।

इसकी वजह से अब मतदाताओं का भी फैमिली आईडी से डाटा सीधा जुड़ गया है। जिला नागरिक संसाधन विभाग में लोग अपने परिवार से अलग फैमिली आईडी बनवाने के लिए पहुंच रहे हैं।

ऐसा इसलिए भी किया जा रहा है कि संयुक्त परिवार की आमदनी ज्यादा होने की वजह से कई योजनाओं का लाभ लोग नहीं ले पा रहे हैं।

ऐसे में अब लोग भी अलग से अपने परिवार की फैमिली आईडी बनवा रहे हैं। जबकि ये सभी परिवार एक ही घर के अंदर रहते हैं, जिसका बिजली कनेक्शन भी फिलहाल एक ही है।

ऐसे मामलों की संख्या बढ़ने के बाद ही अब फैमिली आईडी अलग बनवाने के लिए बिजली मीटर कनेक्शन नंबर भी अनिवार्य किया है। इसकी वजह से काफी लोगों की सिरदर्दी भी बढ़ गई है।

क्योंकि अलग फैमिली के लिए बिजली मीटर लेना आसान नहीं है। निगम की पॉलिसी के अनुसार एक घर में केवल एक ही बिजली मीटर लग सकता है,

जबकि उस घर के अंदर चाहे कितने भी परिवार क्यों न रहते हों। ऐसे में अलग से फैमिली आईडी बनवाने के लिए लोग भी अब निगम कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। इनका कोई समाधान भी नहीं निकल रहा है।

एक फैमिली आईडी में दो बिलों की दर्शायी ज्यादा राशि तो एसडीओ से लानी होगी करेक्शन रिपोर्ट-

अगर किसी व्यक्ति की फैमिली आईडी में एक से अधिक बिजली बिलों का भुगतान दर्शाया जा रहा है। ऐसा निगम की गलती की वजह से हुआ है तो उसे ठीक कराने के लिए बिजली निगम के संबंधित एसडीओ की करेक्शन रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा।

एसडीओ की रिपोर्ट के बाद ही उस गलती को फैमिली आईडी में ठीक किया जाएगा। क्योंकि ज्यादा बिजली बिल की वजह से भी लोगों की फैमिली आईडी काफी बढ़ी हुई दर्शायी गई हैं, अब ये लोग भी लाइन में लगकर गलती ठीक कराने जिला नागरिक संसाधन विभाग में पहुंच रहे हैं।

माता-पिता नहीं तो नहीं बनेगा जाति प्रमाण पत्र-

जिन बच्चों के माता-पिता की मौत हो चुकी है या फिर माता ने पिता की मौत के बाद दूसरी शादी कर ली है तो ऐसी सूरत में बच्चों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनेगा।

ऐसे स्पेशल केस के लिए विशेष अनुमति के बाद ही मामला आगे बढ़ पाएगा। भिवानी में तीन बच्चों का बीसीए का सर्टिफिकेट इसलिए नहीं बन पाया,

क्योंकि उनके पिता की मौत हो चुकी थी और मां ने दूसरी शादी कर ली थी। जाति प्रमाण पत्र बनाने में माता-पिता की आमदनी दर्ज की जाती है। आमदनी दर्ज नहीं होने की सूरत में जाति प्रमाण पत्र बनना भी मुश्किल है।

परिवार से अलग कोई भी सदस्य अपनी फैमिली आईडी बनवाता है तो उसके लिए नया बिजली मीटर कनेक्शन नंबर दर्ज कराना अनिवार्य होगा।

इस परिवार में तीन से चार सदस्य भी जुड़ पाएंगे। जिन फैमिली आईडी में बिजली बिल ज्यादा या फिर दो मीटरों के नंबर दर्शाये हुए हैं, उनमें भी एसडीओ की करेक्शन रिपोर्ट अनिवार्य होगी। ये सभी जानकारी सीएससी सेंटरों पर ऑनलाइन दर्ज करानी होंगी।

बिजली निगम एक मकान में एक से ज्यादा बिजली कनेक्शन नहीं देगा। अगर मकान अलग है तो उसे कनेक्शन जारी किया जाएगा। इसके अलावा फ्लोर वाइज भी बिजली उपभोक्ता अपना अलग से कनेक्शन ले सकता है।

कनेक्शन जारी किए जाने से पहले निगम का कर्मचारी साइट विजिट कर उसकी निरीक्षण रिपोर्ट भी देगा। उसी के बाद कनेक्शन की प्रक्रिया जारी होगी।

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