अभी जीव मात्र में उसके शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा उनकी हड्डियां होती है। शरीर को एक अलग ही आकृति हड्डियां प्रदान करती हैं। हड्डियों से ही शरीर की गति मिलती है आपने बहुत से ऐसे जानवर देखे होंगे। जिनको देखकर लगता है कि शायद इनमें में हड्डी ही नहीं है। लेकिन क्या आप सच में एक ऐसे जीव के बारे में जानते हैं। जिसके अंदर बहुत कम हड्डियां पाई जाती हैं। और वह भूख लगने पर अपना दांत भी खुद निकल जाते हैं।
जिन जीवो के शरीर में हड्डियां होती है उनको केशुरूकी कहा जाता है। और इस तरह के भी बहुत से जीव हमारी पृथ्वी पर देखने को मिलेंगे जिनमें हड्डियां नहीं होती है। उनको अकेशुरूकी कहा जाता है। उन जीवो में समुद्री जीव, कीड़े मकोड़े, केचुआ आदि हैं जिनमें बिल्कुल भी हड्डियां नहीं मिलती है।
पृथ्वी पर शार्को भी सबसे कम हड्डियों का जीव माना जाता है। शार्क का skeleton मछलियों की हड्डी का ही नहीं बल्कि cartilage और मसल्स का बना हुआ होता है। जो की हड्डियों की अपेक्षा बहुत कम वजन वाला होता है इस तरह की नर्म हड्डियां हमारे कानों के पास भी होती है।
इसी वजह से शार्क मछली बहुत लचीली होती है और अपने लचीलापन के वजह से ही वह पानी में तेज गति से तैरती है शार्क मछली को समुद्र का राजा कहा जाता है शार्क मछली के दांत उसके मुंह में एक रो के अंदर स्थित होते हैं यह लाइन धीरे-धीरे आगे बढ़ती रहती है जिसमें नए दांत पुराने दांतो को बाहर की तरफ निकाल देते हैं।
मुख्य रूप से सप्ताह में शार्क मछली एक दांत खाने की वजह से टूट जाता है या फिर वह खाने के साथ ही उसको निकल जाती है। इसी लिए शार्क मछली के दांत समुद्र तट पर टूटे हुए मिल जाते हैं।
जेलीफिश बिना हड्डियों वाला जीव होता है। इस जीवन में कोई रीड की हड्डी भी नहीं होती है। यह अपनी त्वचा के जरिए ऑक्सीजन गैस को सोख लेती है। केंचुआ भी ऐसा जीव है जिस में हड्डी नहीं पाई जाती है। इस तरह के यहां बहुत सारे जीव जंतु आपको देखने को मिलेंगे, जिनमें हड्डियां नहीं मिलती है।