भारतीय SC को फॉलो करता है बांग्लादेश, लाइव स्ट्रिमिंग और टेक्नालॉजी को लेकर की CJI की तारीफ

बांग्लादेश ने भारत के सुप्रीम कोर्ट में लाइव स्ट्रीमिंग, वर्चुअल सुनवाई और अदालती कामकाज में टेक्नालॉजी के इस्तेमाल की सराहना करते हुए सीजेआई (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ से कहा है कि वो भारतीय सुप्रीम कोर्ट के कामकाज को बारीकी से फॉलो कर रहे हैं. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ’21वीं सदी में दक्षिण एशियाई संवैधानिक न्यायालय : बांग्लादेश और भारत से सबक’ विषय पर दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेने बांग्लादेश गए थे.

सुप्रीम कोर्ट के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश दौरे पर सीजेआई चंद्रचूड़ का जोरदार स्वागत किया गया. बांग्लादेश के मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन के अलावा, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ और उनकी पत्नी कल्पना दास से मुलाकात की. इस दौरान बांग्लादेश के उच्च पदाधिकारियों ने सीजेआई को बताया कि भारत के सुप्रीम कोर्ट ने संवैधानिक मामलों की लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था की है जो कि एक शानदार कदम है. इसके अलावा मामलों की वर्चुअल सुनवाई और अदालती कामकाज में टेक्नालॉजी के इस्तेमाल की भी सराहना की गई.

सूत्रों के मुताबिक CJI चंद्रचूड़ को ये भी कहा गया कि बांग्लादेश भारतीय सुप्रीम कोर्ट के कामकाज से बेहद प्रभावित है और लगातार उसके कामकाज को फॉलो कर रहा है. इतना ही नहीं, ये भी कहा गया कि इन मामलों में बांग्लादेश भारतीय सुप्रीम कोर्ट को फॉलो करना चाहता है.

इस दौरान सीजेआई को बंगाबंधू शेख मुजीबर रहमान म्यूजियम और पद्मा पुल भी घुमाया गया. समारोह के दौरान CJI चंद्रचूड़ के अलावा सुप्रीम कोर्ट में जज जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस दीपांकर दत्ता भी मौजूद रहे.

भारत के मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने शनिवार को समारोह में बोलते हुए कहा था कि भारत और बांग्लादेश दोनों संवैधानिक और न्यायिक प्रणालियों की परंपरा को साझा करते हैं जिसका उद्देश्य मुख्य रूप से स्थिरता सुनिश्चित करना है और दोनों देशों ने अपने संविधान को “जीवित दस्तावेज” के रूप में मान्यता दी है.

मुख्य अतिथि के तौर पर CJI चंद्रचूड़ ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की उपस्थिति में दो दिवसीय सम्मेलन के समापन समारोह में कहा, “हमारी साझा परंपरा का लक्ष्य स्थिरता सुनिश्चित करना है, लेकिन जब स्थिरता वांछित होती है, तो स्थिरता को कभी भी ठहराव के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए.”

CJI चंद्रचूड़ ने कहा, “हम मानते हैं कि हमारे संविधान जीवित दस्तावेज हैं. बांग्लादेश और भारत के संविधान घोषणा करते हैं कि वे संप्रभु राष्ट्रों के नागरिकों के रूप में ‘लोगों द्वारा स्वयं को दिए गए’ हैं.”

बांग्लादेश के मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जबकि बांग्लादेश के शीर्ष न्यायालय के न्यायाधीशों ने सम्मेलन में भाग लिया, जिसमें कानून मंत्री अनीसुल हक सहित कई न्यायविद, वरिष्ठ वकील और सरकारी नेता शामिल हुए.

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