भारत का पहला एलिवेटेड एक्सप्रेसवे हो गया है तैयार… दिल्ली गुड़गांव से एयरपोर्ट का सफर होने वाला है आसान
भारत सरकार द्वारा दिल्ली से अन्य शहरों और राज्यों को जोड़ने के लिए कई प्रकार के एक्सप्रेस मार्ग निर्मित किए जा रहे हैं। इसके कारण लोगों के यात्रा करने की सुविधा में बहुत आसानी हो गई है। अब वे आसानी से बहुत कम समय में अपनी यात्रा पूरी करके मंजिल तक पहुंच जाते हैं। इसी तरह, एक दिल्ली में द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण भी हो रहा है, जिससे दिल्ली और एनसीआर (दिल्ली के आस-पास के क्षेत्र) में रहने वाले लोगों के लिए यात्रा करना बहुत आसान हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन जल्द ही होने वाला है। चलिए, हम एलिवेटेड एक्सप्रेसवे के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं।
यह लागत से हुआ है तैयार एक्सप्रेस वे
परियोजना के अंतर्गत बनाया गया एलिवेटेड एक्सप्रेसवे करीब 9000 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार होने वाला है। यह दिल्ली और गुड़गांव में रहने वाले लोगों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है, क्योंकि लोगों की यात्रा अब बहुत ही आसान होने वाली है। इस एक्सप्रेसवे में अब तक 90% काम पूरा हो गया है और एक्सप्रेसवे का निरीक्षण परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सहित कई बड़े नेता ने इसे किया है।
एलिवेटेड एक्सप्रेसवे की विशेषता
द्वारका एक्सप्रेसवे भारत का पहला 29 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड एक्सप्रेसवे है।
एलिवेटेड एक्सप्रेसवे का पटोल काम यथाशीघ्र पूरा किया जाएगा।
यहां पर परियोजना दक्ष परिवहन प्रणाली के अनुरूप काम किया जाएगा।
एक्ट्रेस नेम एचआर रोड नेटवर्क जोड़े गए हैं जिनमें से..
- टनल
- अंडरपास
- ग्रेड रोड
- फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर
एलिवेटेड एक्सप्रेसवे का यह होगा रूट
एलिवेटेड एक्सप्रेसवे दिल्ली और हरियाणा में रहने वाले लोगों के सफर को अत्यंत आसान बनाएगा। इस एक्सप्रेसवे से लोगों की इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे यानी एयरपोर्ट से भी अत्यधिक कनेक्टिविटी होगी। पटौदी रोड से हरसरू के पास, फरुखनगर में बसई के पास इंटरनेट कनेक्टिविटी को भी एकसाथ जोड़कर रखेगा। गुड़गांव में सेक्टर 88 के पास भरथल में दिल्ली-रेवाड़ी रेलवे लाइन को यह क्रॉस करेगा। द्वारका एक्सप्रेसवे गुड़गांव के कई सेक्टरों को जोड़कर द्वारका सेक्टर 21 के ग्लोबल सिटी को जोड़ेगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे पर मिलने वाली सुविधा
यहां पर यातायात को सुगमता और सफर को शानदार बनाने के लिए एलिवेटेड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया गया है।
सुरक्षा के लिए यहां आई पी एस एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और टोल मैनेजमेंट सिस्टम का उपयोग किया जाएगा।
एक्सप्रेसवे पर सीसीटीवी कैमरा सर्वेलिंस जैसी तकनीक का भी उपयोग किया गया है।
झारखंड में विभाजित होगा एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे का निर्माण
महिपालपुर के शिव मूर्ति बिजवासन तक 9 किलोमीटर लंबा है।
दूसरा बिजवासन आरओबी से गुड़गांव तक, हरियाणा सीमा 2 किलोमीटर लंबा है।
तीसरा दिल्ली हरियाणा सीमा से बसई आरओबी 2 किलोमीटर लंबा है।
चौथा बसई आरोपी से खेड़की दौला तक बाटा किया गया है।