10 लाख करोड़ की इंडस्ट्री, 30 लाख से ज्यादा शादियां, ऐसे भारत में बढ़ रहा प्री-वेडिंग का कारोबार

मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट का प्री-वेडिंग बैश जिसने भी देखा, उसकी आंखें खुली की खुली रह गईं. अंबानी फैमिली ने इस फंक्शन पर करीब 1200 करोड़ रुपए का खर्चा कर दिया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्री-वेडिंग की ये नई इंडस्ट्री 10 लाख करोड़ की है.

देश में हर साल करीब 30 लाख शादियां होती हैं, तो चलिए समझते हैं क्या है प्री-वेडिंग का कारोबार…?

एक समय था जब फिल्मों में प्री-वेडिंग सेलिब्रेशंस के नाम पर सिर्फ लड़कों की बेचलर पार्टी दिखाई जाती थी. फिर वह आम लोगों के बीच पहुंची, लेकिन अब वक्त काफी बदल चुका है. कहानी लड़कों की बेचलर पार्टी से आगे जाकर लड़कियों के ‘ऑल गर्ल्स ट्रिप’ या ‘हेन्स नाइट’ तक पहुंच चुकी है. वहीं प्री-वेडिंग फोटो शूट, वीडियो मेकिंग भी इसी ट्रेंड का हिस्सा हैं. हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स के लिए अब प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन छुट्टियां मनाने का भी एक तरीका है.

ऐसे बढ़ रहा है प्री-वेडिंग का कारोबार

शादी जीवन में एक बार होती है…जोड़ियां ऊपर से बनकर आती हैं. आप सभी ने शादी से जुड़ी इन कहावतों को सुना होगा. ऐसे में आजकल लोग अपने इस खास दिन को और भी खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते. इसलिए शादी की तैयारियां और सेलिब्रेशन महीनों पहले शुरू हो जाते हैं.

इसी के साथ देश में मिडिल क्लास की ग्रोथ और वेल्थ बढ़ने से उनकी डिस्पोजेबल खर्चे की ताकत बढ़ी है. इसलिए भी अब लोगों के बीच शादियों में खुलकर खर्च करने का क्रेज देखा जा रहा है. इसलिए देश में प्री-वेडिंग से जुड़े सेलिब्रेशंस का कारोबार ग्रोथ कर रहा है.

क्यों पीएम मोदी चाहते हैं ‘Wed in India’?

हाल में पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से देश में ही शादी करने की अपील की थी. इसके बाद उन्होंने ‘वेड इन इंडिया’ का नारा भी दिया था. अनंत अंबानी से भी जब जामनगर में शादी करने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बोला कि ऐसा उन्होंने पीएम मोदी की बात से प्रेरणा लेकर किया है. पीएम मोदी की इस अपील के पीछे आपको शादियों से जुड़ा गणित समझना होगा..

दरअसल शादी-ब्याह के मामले में कपड़े, जूते, डेकोरेशन, ज्वैलरी, टेंट या बैंक्वेट, फूड और कार इंडस्ट्री तक में सेल बढ़ती है. बाकी ट्रैवल, होटल और कई इंडस्ट्री को शादियों से फायदा पुहंचता है. अब लोगों के बीच डेस्टिनेशन वेडिंग का भी ट्रेंड चल निकला है, जिसने देश-विदेश में वेडिंग इकोनॉमी को बढ़ाया है.

ऐसे में अगर लोग विदेश जाकर शादी करेंगे, तो भारत की बहुत सारी वेल्थ दूसरे देशों में चली जाएगी. वेडमेडगुड की एक रिपोर्ट की मानें तो देश में शादियों से जुड़ा कारोबार हर साल 7 से 8 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है. साल 2024 में शादियों का कुल कारोबार 50 से 75 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. इसमें प्री-वेडिंग सेलिब्रेशंस का भी अच्छा खासा हिस्सा है.

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