करोड़ों की संपत्ति, लेकिन दादाजी पोतियों के लिए छोड़ गए सिर्फ 5000 रुपये का लिफाफा, वजह सीख दे जाएगी
पारिवारिक संपत्ति आमतौर पर बच्चों को मिलती है. पूरी दुनिया में यही रिवाज है. लेकिन ब्रिटेन में एक शख्स करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद अपनी पोती के लिए सिर्फ 50 पाउंड यानी 5000 रुपये का लिफाफा छोड़ गया. अब उनकी मौत के बाद इसे लेकर काफी विवाद हो रहा है. वजह सबको सीख देने वाली है कि हमें अपने पेरेंट्स के साथ किस तरह का व्यवहार करना चाहिए.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, लंदन के रहने वाले फ्रेडरिक वार्ड सीनियर का 2020 में निधन हो गया. तब वे 91 साल के थे. अपनी मेहनत की बदौलत उन्होंने खूब पैसा कमाया. और जब उनका निधन हुआ तो उनके बैंक खाते में 500,000 लाख पाउंड यानी तकरीबन 5.27 करोड़ रुपये थे. उनके तीन बच्चे थे फ्रेड जूनियर, टेरी और सुसान. पहले उन्होंने एक वसीयत बनाई, जिसमें पूरी संपत्ति को तीनों में बराबर बांटने की बात कही गई. लेकिन इसी बीच 2015 में फ्रेड जूनियर की मौत हो गई. उनकी पांच बेटियां थीं.
सिर्फ 2 बच्चों में बांटी संपत्ति
फ्रेडरिक वार्ड सीनियर की मौत के बाद टेरी ने वसीयत पढ़ी तो बवाल हो गया. इसमें उन्होंने अपनी सारी संपत्ति सिर्फ दो बच्चों टेरी और सुसान के नाम कर दी थी. और फ्रेड जूनियर की पांचों बेटियों के नाम सिर्फ 5000 रुपये का लिफाफा छोड़ गए थे. साथ में ये भी लिखा, चूंकि वे हमसे मिलने नहीं आती थीं, इसलिए अब उन्हें इसमें से कोई भी दौलत नहीं मिलेगी. अब पांचों पोतियों ने कोर्ट में गुहार लगाई और कहा कि जब ये वसीयत उन्होंने लिखी उस वक्त वे काफी बीमार थे. टेरी ने जबरदस्ती उनसे ऐसा करने को कहा होगा.
पोतियों ने मांगा एक तिहाई हिस्सा
फिलहाल ये मामला कोर्ट में है और पोतियों का दावा है कि उन्हें अपने दादाजी की संपत्ति में एक तिहाई हिस्सा चाहिए. जिस वक्त की नई वसीयत बताई जा रही है, उस समय मेरे दादाजी बात करने की स्थिति में भी नहीं थे. अगर वे आज होते तो निश्चित तौर पर इस फैसले को देखकर रो रहे होते. क्योंकि वे हम सबसे बहुत प्यार करते थे. हालांकि, टेरी का दावा है कि पिताजी इन पांचों बहनों से बहुत नाराज थे क्योंकि वे कभी मिलने नहीं आती थीं.