Sarfaraz Khan and Dhruv Jurel: सरफराज और जुरेल को पसंद आई BCCI की ये मेगा स्कीम, जानें क्या कहा
रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम ने हाल ही में इंग्लैंड को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 4-1 से हराया था. इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भारतीय खिलाड़ी ध्रुव जुरेल और सरफराज खान छाए रहे. दोनों युवा खिलाड़ियों ने डेब्यू सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया. अब जुरेल और सरफराज ने शुक्रवार (15 मार्च) को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव (India Today Conclave 2024) में शिरकत की. दोनों खिलाड़ियों ने इस दौरान टेस्ट क्रिकेट के महत्व पर भी बात की.
सरफराज और जुरेल ने बीसीसीआई द्वारा टेस्ट क्रिकेट को लेकर उठाए गए कदमों की सराहना की. बीसीसीआई ने हाल ही में ‘टेस्ट क्रिकेट इंसेंटिव योजना’ लॉन्च की है. इस स्कीम के तहत टेस्ट खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों को बंपर फायदा होगा. टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों तो अब मैच फीस के अतिरिक्त पैसा भी मिलेगा.
ध्रुव जुरेल ने इसे लेकर कहा, ‘बीसीसीआई ने जो टेस्ट क्रिकेट को लेकर फैसला लिया है, वो अच्छा इनिशिएटिव है. लेकिन मैं और सरफराज फिगर आउट करने की कोशिश कर रहे हैं कि यह क्या इनिशिएटिव है. यह इनिशिएटिव है, लेकिन मुझे समझ नहीं आया. यह टेस्ट क्रिकेट के लिए अच्छी चीज है.’
26 साल के सरफराज खान ने बीसीसीआई की इस स्कीम को लेकर कहा, ‘हमने भी समझने की कोशिश की, लेकिन समझ नहीं पाए. जब आप समझ जाएं तो हमें बता देना. मैं बचपन से ही मानता था कि रियल क्रिकेट टेस्ट मैच ही है. पापा की भी टेस्ट क्रिकेट को लेकर यही सोच रही है.’
टेस्ट खेलना सपना था: जुरेल
जुरेल ने कहा, ‘अच्छा लग रहा है कि टेस्ट क्रिकेट खेला. टेस्ट क्रिकेट खेलना मेरा सपना था. अंडर-19 के समय से ही मेरा गोल था कि मैं टेस्ट मैच खेलूं. इंग्लैंड का खेलने का अपना तरीका है, हमारा अपना तरीका है. टेस्ट क्रिकेट में सेशन जीतना महत्वपूर्ण है. यदि आपको टेस्ट मैच जीतना है तो सेशन जीतने होंगे.’
भारतीय खिलाड़ियों को फिलहाल एक टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये की फीस मिलती है, लेकिन अब उन्हें इंसेंटिव भी मिलने जा रहा. यदि कोई भारतीय खिलाड़ी एक सीजन में 75 प्रतिशत से ज्यादा (7 या उससे ज्याादा) टेस्ट मैच खेलता है तो उसे इंसेंटिव के तौर पर 45 लाख रुपये प्रति मैच मिलेगे. जबकि प्लेइंग-11 से बाहर रहने वाले खिलाड़ियों को 22.5 लाख रुपये मिलेंगे. वहीं 50 प्रतिशत यानी करीब पांच-छह मैच खेलने पर 30 लाख रुपये प्रति मैच मिलेंगे, जबकि प्लेइंग-11 से बाहर रहने वाले प्लेयर्स को 15 लाख प्रति मैच मिलेंगे. यदि कोई खिलाड़ी एक सीजन में पचास प्रतिशत से कम टेस्ट मैच (9 मैच होने पर चार से कम) खेलता है तो उसे कोई इंसेंटिव नहीं मिलेगा.