कामयाबीः 5 बार असफल…आखिरी प्रयास में अभिमन्यु ने भेदा का UPSC का ‘चक्रव्यूह’
सोनीपत. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में हरियाणा के सोनीपत जिले के चार होनहारों ने बाजी मारी है. सोनीपत (Sonipat) के गांव माहरा फिलहाल सेक्टर-23 निवासी अभिमन्यु मलिक (Abhimanyu Malik) ने गत वर्ष प्राप्त रैंक में सुधार करते हुए देशभर में 60वां रैंक प्राप्त किया है.
विशेष बात यह है कि अभिमन्यु अपने अंतिम प्रयास में यूपीएससी (UPSC) के चक्रव्यूह को भेदकर आईएएस (IAS Officer) बनने जा रहे हैं. लाडले की उपलब्धि पर परिवार में खुशी की लहर है.
जानकारी के अनुसार, अभिमन्यु मलिक फिलहाल दिल्ली के कक्कड़नुमा क्षेत्र में एसडीएम का प्रशिक्षण ले रहे हैं. परिजनों ने बताया कि दो बहन-भाईयों में छोटे अभिमन्यु बचपन से ही बेहद शांत स्वभाव के हैं. उन्हें गायिक और पढ़ाई का बचपन से ही शौक रहा है.
45 साल पहले शहर आ गया था परिवार
बिजली निगम के सहायक एक्सईएन के पद से सेवानिवृत्त पिता रणबीर मलिक ने बताया कि वह मूलरूप से गांव माहरा के निवासी हैं. 45 साल पहले परिवार सोनीपत सेक्टर-23 में आकर रहने लगा था. अभिमन्यु ने अपनी 10वीं कक्षा शहर के लिटल एंजिल्स स्कूल और 12वीं की पढ़ाई जानकीदास कपूर स्कूल से की. साल 2014 में उन्होंने वाईएमसीए फरीदाबाद से बीटेक की. उसके बाद वर्ष 2016 में नाबार्ड के रोहतक क्लस्टर में सहायक महाप्रबंधक के पद पर तैनात हुए.
अंतिम प्रयास में पाई सफलता
अभिमन्यु मलिक का सपना आईएएस बनना था, इसके लिए वह लगातार प्रयासरत थे. गत वर्ष उन्हें पांचवें प्रयास में बेहतर रैंक नहीं मिला था. इस बार अपने अंतिम प्रयास में रैंक सुधार करते हए देशभर में 60वां रैंक हासिल कर आईएएस बनने का सपना पूरा किया. इसके लिए उन्होंने रोजाना 10-12 घंटे पढ़ाई की. नौकरी करते हुए भी सेल्फ स्टडी करते हुए अपनी तैयारी जारी रखी. उन्होंने बताया कि शुरुआत में कुछ समय के लिए दिल्ली से कोचिंग ली थी. बाद में नौकरी करते हुए ड्यूटी के बाद व रात को पढ़ाई जारी रखी.