16 की उम्र में इस बच्ची ने शुरू की गायकी, अब 200 करोड़ की नेटवर्थ के साथ हैं बॉलीवुड की सबसे अमीर सिंगर्स में से एक
बॉलीवुड इंडस्ट्री में जब भी किसी वर्सेटाइल सिंगर का जिक्र होता है, तो इसमें सबसे पहला नाम श्रेया घोषाल का आता है, जो क्लासिकल से लेकर रोमांटिक यहां तक की स्पेशल सॉन्ग भी गा चुकी हैं. सिलसिला ये चाहत का से लेकर आमी जे तोमर जैसे गानों के जरिए लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली श्रेया घोषाल मौजूदा दौर में बॉलीवुड इंडस्ट्री की सबसे बेहतरीन सिंगरों में से एक मानी जाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि श्रेया ने सिंगिंग सीखना कब से शुरू किया और कब उन्हें नेम-फेम मिला? तो चलिए आज श्रेया के जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताते हैं उनकी सिंगिंग स्टोरी.
12 मार्च 1984 को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जन्मी श्रेया घोषाल ने केवल चार साल की उम्र से ही संगीत सीखना शुरू कर दिया था और 6 साल की उम्र में तो वो क्लासिकल म्यूजिक सीख कर लंबे-लंबे सुर लगाने लगी थी. 1995 में उन्होंने ऑल इंडिया लाइट वोकल म्यूजिक कंपटीशन जीता. इसके बाद वह फेमस सिंगिंग रियलिटी शो सारेगामापा में नजर आई और उनकी आवाज सुनकर सोनू निगम से लेकर सुरों की रानी लता मंगेशकर तक ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया था.
सारेगामापा रियलिटी शो के दौरान संजय लीला भंसाली की मां ने श्रेया घोषाल की आवाज को नोटिस किया और श्रेया के बारे में अपने बेटे को बताया. उस वक्त संजय लीला भंसाली श्रेया की आवाज सुनकर यह डिसाइड कर चुके थे कि उन्हें वो अपनी फिल्में गाने का मौका जरूर देंगे. इस दौरान वह देवदास बनाने की तैयारी कर रहे थे, उस समय श्रेया घोषाल केवल 16 साल की थी जब संजय लीला भंसाली ने उन्हें देवदास के गाने गाने का मौका दिया और उन्होंने इस फिल्म में सिलसिला ये चाहत का से लेकर डोला रे डोला तक कई शानदार गाने गाये और बॉलीवुड में अपनी अमिट छाप छोड़ी. हिंदी के अलावा श्रेया तमिल, तेलगु, कन्नड़, बंगाली, और मलयालम जैसी भाषाओं में भी गाने गा चुकी हैं.