आपसे भी रोटी बनाते समय हो रही है ये 4 गलतियां ! समझ जाइए कि आपके घर में जल्द ही होने वाली है अनहोनी और नहीं रुकेगा पैसा…

हमारे वास्तुशास्त्र के अनुसार, रसोई में कई विशेष बातें होनी चाहिए। यदि आप इन बातों का पालन नहीं करेंगे, तो आपको आर्थिक हानि हो सकती है। इसके अलावा, आपके घर में कलह का वातावरण भी बना रहेगा। वास्तुशास्त्र में घर, गृहस्थी, और रसूल के संबंध में कई नियम बताए गए हैं। यदि आप इन नियमों का पालन करते हैं, तो शायद आपके जीवन में कभी कोई परेशानी नहीं आएगी।

वास्तुशास्त्र के अनुसार, रोटी बनाने के लिए भी खुशियों के नियम बताए गए हैं। यदि आप इन नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो आपको आर्थिक रूप से परेशानी हो सकती है और आपके घर में हमेशा दरिद्रता बनी रहेगी। वास्तुशास्त्र में रोटी बनाने के कुछ नियम बताए गए हैं। यदि आप इनके बारे में जानना चाहते हैं, तो कृपया ध्यान से हमारे इस लेख को पढ़ें। इससे आपको सही जानकारी मिलेगी।

गिनकर रोटियां बनाना

बहुत से लोग अक्सर रसोई में एक दिन की रोटी बनाने की आदत रखते हैं। लेकिन धार्मिक ग्रंथों और वास्तुशास्त्र के अनुसार, ऐसा करना बहुत गलत हो सकता है। गीन कर रोटी बनाने से इंसान की सेहत पर असर पड़ता है और घर में धन की हानि भी हो सकती है। इसलिए, कृपया भूलकर भी इस प्रकार की गलती न करें।

 आजकल आमतौर पर महिलाओं को देखा जाता है कि वे अक्सर रोटी गिन कर ज्यादा बनाती हैं। लेकिन ऐसा करना हर महिला के लिए गलत हो सकता है। वास्तुशास्त्र में भी यह बताया गया है कि रोटियां कभी गिन कर नहीं बनानी चाहिए। अगर 4-5 रोटियां एक्स्ट्रा बनी हों तो वह बहुत ही शुभ मानी जाती हैं।

पहली रोटी का भोग

वास्तुशास्त्र के अनुसार, जब भी आप पहली रोटी रसोई में बनाते हैं, तो उस रोटी को घर के किसी भी सदस्य को न दें। पहली रोटी हमेशा गाय की होती है और उसके बाद भगवान को भोग लगाया जाता है। सबसे अंत में, एक कुत्ते के लिए भी रोटी बनानी चाहिए।

अतिथि के लिए रोटी

वास्तुशास्त्र के अनुसार, आपको घर में आतिथ्य के लिए भी रोटी बनानी चाहिए। इसलिए कहा जाता है कि रोटी हमेशा एक्स्ट्रा ही बनाकर रखनी चाहिए, क्योंकि कभी-कभी कोई व्यक्ति भूखा आपके द्वार पर आ जाता है, जिसे आप तत्परता से रोटी खिला सकते हैं। घर में कोई भी अचानक से आए तो आप उसे रोटी खिला सकते हैं। हमेशा रोटियां अधिक से अधिक बनानी चाहिए, इससे माता अन्नपूर्णा की विशेष कृपा बनी रहेगी।

बासी आटा और राहु

वास्तुशास्त्र के अनुसार, बासी रोटियां कभी भी नहीं खानी चाहिए, क्योंकि बासी रोटी का संबंध ग्रहों के देवता राहु से होता है। बासी रोटी पारिवारिक क्लेश का कारण भी बन जाती है। इसी वजह से हमेशा ताजी रोटी खानी चाहिए। ताजा आटे से बनी रोटी मंगल ग्रह को मजबूत बनाने का कार्य करती है।

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