म्यांमार से टुकड़ों में आई खास ‘चीज’, रातों-रात बना करोड़ों का जखीरा, जैसे पड़ी ‘सूरज’ की रोशनी, फटी रह गईं सबकी आंखे
रात के अंधेरे में म्यांमार की सीमा पार से छोटे-छोटे टुकड़ों में लाकर एक ‘खास चीज’ असम के गुवहाटी शहर में जुटाई जा रही थी. देखते ही देखते, छोटे-छोटे टुकड़ों में इकट्ठा की गई खास चीज एक बड़े कीमती जखीरे में तब्दील हो गई. जिसके बाद, इस जखीरे से छोटी-छोटी मात्रा में इस खास चीज को गुवहाटी से दिल्ली, जयपुर सहित देश के विभिन्न शहरों में भेजा जाने लगा. इसी बीच, इस खास चीज के बारे में डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) को भनक लग गई.
इंटेल को पुख्ता करने के बाद डीआरआई ने एक ऑपरेशन प्लान किया, जिसका सीक्रेट कोड ‘राइजिंग सन’ रखा गया. इस ऑपरेशन में दिल्ली, असम और बिहार की विभिन्न लोकेशन में मौजूद डीआरआई की टीम को भी शामिल किया गया. रातों रात डीआरआई के सेंट्रल टीम गुवहाटी पहुंच गई. सूरज की पहली किरण के साथ डीआरआई की टीम उस लोकेशन पर थी, जहां पर इस खास चीज को छिपाकर रखा गया था. डीआरआई की टीम ने जैसे ही इस जखीरे से ‘पर्दा’ हटाया, सभी की आखें खुली की खुली रह गईं.
तस्करी के जरिए लाए गए सोने से भरा था जखीरादरअसल, यह जखीरा किसी और चीज का नहीं, बल्कि तस्करी के जरिए इकट्ठा किए गए सोने का था. इस जगह से डीआरआई ने एक साथ करीब 22.74 किलो सोना बरादम किया है. इसके अलावा, मौके से 13 लाख रुपए कैश, कई गाडि़या और इलेक्ट्रिक आइटम भी बरामद किए गए हैं. छापेमारी के दौरान, डीआरआई को पता चला कि कुछ घंटे पहले इस जखीरे का आधा हिस्सा बरपेटा (असम) के लिए रवाना हुआ है. जिसके बाद, डीआरआई की एक टीम बरपेटा के लिए रवाना हो गई.
कुछ घंटों में बरामद हुआ ₹40 करोड़ का 61Kg सोनाकुछ घंटों की कवायद के बाद यह गाड़ी भी डीआरआई के कब्जे में थी. डीआरआई ने इस गाड़ी से करीब 13.28 किलो सोना बरामद किया है. इसके बाद, पुख्ता इंटेल के साथ दरभंगा में छापेमारी की गई, जहां से डीआरआई ने 13.27 किलो सोना बरामद किया. अब डीआरआई की अगली मंजिल उत्तर प्रदेश का गोरखपुर शहर था. गोरखपुर में छापेमारी के दौरान डीआरआई को 11.79 किलो सोना बरामद किया. इस तरह, ऑपरेशन ‘राइजिंग सन’ के तहत डीआरआई ने करीब 61 किलो सोना बरामद किया है, जिसकी कीमत करीब 60 करोड़ रुपए आंकी गई है.