जानिए कब शुरू होने बाली है NCRTC की पहली ‘सेमी हाई स्पीड रीजनल रेल’

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दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। अब एनसीआर में रहने वाले लोग दिल्ली से मेरठ का सफर रैपिड रेल से शुरू कर पाएंगे। आपको यह बात जानकर बहुत प्रसन्नता होगी कि यह ट्रेन भारत की पहली सेमी हाई स्पीड रीजनल ट्रेन है। इस ट्रेन को नेशनल कैपिटल रीजनल ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के द्वारा इस मेट्रो ट्रेन का नाम RAPIDX रखा गया है। यह नाम दोनों ही भाषाओं में लोगों को पढ़ने में आसान भी रहेगा। 

रैपिडेक्स का मतलब होता है कि सबसे तेज गति और प्रगति से होता है। एन सी ई आर टी सी के अधिकारियों का मानना है कि रैपिड नाम में X का अर्थ अगली पीढ़ी के तकनीकी को प्रदर्शित करता है। अब एनसीआर में रहने वाले सभी लोगों को इसी ट्रेन का बेसब्री से इंतजार है। आखिर इस ट्रेन को कब शुरू किया जाएगा। इस बात को जानने के लिए सभी लोग उत्सुक हैं। अधिकारियों के द्वारा इस बात की जानकारी मंगलवार को दी गई थी। अब इस मेट्रो के द्वारा दिल्ली मेरठ गाजियाबाद का सफर करने वाले लोगों को बहुत आसानी होगी। 

मीडिया रिपोर्ट की जानकारी के मुताबिक 17 किलोमीटर लंबी दूरी तक के लिए 2023 तक इस ट्रेन को चलाने की बात कहीं जा रही है। गाजियाबाद मेरठ दिल्ली के लिए ट्रेन का संचालन 2025 तक हो जाएगा। आपको बता दें कि इस ट्रेन का पूरे रूट का सिस्टम 82 किलोमीटर लंबा रहेगा। 2022 अगस्त में इसका ट्रायल भी किया गया था। रैपिड मेट्रो रेल के लिए सुरंग की खुदाई अप्रैल से शुरू हो गई

रैपिडएक्स के नाम से हुई शुरू   

अधिकारियों ने बताया कि एनसीआर वाले लोगों के लिए रैपिडेक्स ट्रेन केवल दिल्ली एनसीआर के कुछ बड़े शहरों को जोड़ने के लिए शुरू होने वाली है। इसी के लिए रैपिडेक्स ट्रेन को तैयार किया गया है। इस ट्रेन  का नाम रैपिडेक्स इसी लिए रखा गया है क्योंकि इसको पढ़ने में भी और समझने में भी आसानी होगी। यह ट्रेन रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम कॉरिडोर पर चलाई जाने वाली है।   

अधिकारियों ने कहीं यह बात

एन सी ई आर टी सी के अधिकारियों ने बताया कि “इस ट्रेन का रैपिडेक्स नाम इसकी गति और प्रगति को दर्शाने के लिए रखा गया है। इसके अलावा X शब्द देश की आने वाली पीढ़ी की तकनीकी को भी दर्शाता है। साथ में सभी युवाओं में आशावाद और ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करेगा।”

कब तक चलेगी रैपिडेक्स रेल

एक रिपोर्ट के अनुसार यह ट्रेन 17 किलोमीटर लंबे साहिबाबाद दुहाई खंड पर 2023 में चलने की उम्मीद लगाई जा रही है। लेकिन एनसीआर के पूरे शहर को जोड़ने का काम 2025 तक का रखा गया है। जिसमें दिल्ली,गाजियाबाद, मेरठ कॉरिडोर से इस ट्रेन को चलाया जाएगा।

रैपिड रेल की नई अपडेट

भारत की पहली रैपिड मोनोरेल दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ कॉरिडोर पर शनिवार 8 अप्रैल को पहली सुरंग की खुदाई की खबर मिली। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी कि सुरंग को खोदने वाली मशीन सुदर्शन 4.1 पूर्वी दिल्ली के खिचड़ीपुर से सफलतापूर्वक लाई गई ।है।

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