Iran attacks Israel: ईरान के परमाणु केन्द्रों पर हमला कर सकता है इजराइल, न्यूक्लियर वाचडॉग ने जताई चिंता

2024 Iran-Israel Conflict Updates: इजराइल डिफेंस फोर्स के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी ने सोमवार शाम को ऐलान किया है, कि शनिवार रात को हुए ईरानी हमले का ‘जवाब दिया जाएगा।’ इजराइली आर्मी चीफ की चेतावनी ने भीषण युद्ध की आशंकाओं को बढ़ा दिया है और उन्होंने कहा है, कि ईरानी हमले में इजराइल के एक एयरबेस को मामूली नुकसान पहुंचा है।

 

इजराइल के सैन्य प्रमुख का बयान तब आया है, जब मध्य पूर्व में संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए तमाम देशों ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है और पूरी दुनिया इजराइल की तरफ देख रही है, कि प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने देश पर हुए ईरानी हमले का जवाब कैसे देते हैं?

क्या ईरान पर हमला करेगा इजराइल?

इजराइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा, कि इजराइल ‘अपने हिसाब से तय करके’ हमले का जवाब देगा। दोनों अधिकारियों ने दक्षिणी इजराइल में नेवातिम हवाई अड्डे को लेकर भी बात की, जिसके बारे में हगारी ने कहा है, कि ईरानी हमले में केवल हल्का नुकसान पहुंचा है।

आपको बता दें, कि दोनों देशों के बीच का तनाव उस वक्त भड़का है, जब पिछले हफ्ते इजराइल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास परिसर में भीषण हमला किया था, जिसमें ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड के 2 जनरलों समेत कई सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी। जिसका बदला लेने के लिए शनिवार रात को ईरान ने भी इजराइल पर हमला किया और कम से कम 300 मिसाइलें और ड्रोन इजराइल पर दागीं।

1979 में ईरान में कट्टर इस्लामिक शासन स्थापित होने के बाद ये पहला मौका था, जब ईरान ने अपनी जमीन से इजराइल पर हमला किया होगा। डिफेंस एक्सपर्ट्स का मानना है, कि इजराइल चुप नहीं बैठने वाला है और ईरान के परमाणु संयंत्रों को निशाना बनाया जा सकता है।

जिसको लेकर न्यूक्लियर वाचडॉग ने चिंता जताई है।

 

 

ईरान के परमाणु ठिकाने कहां कहां हैं?

ईरान के बारे में रिपोर्ट्स हैं, कि वो अगले 6 महीने से एक साल में परमाणु बम बना सकता है और उसने परमाणु बम बनाने के लिए कई ठिकाने बना रखे हैं।

ईरान के पास कई न्यूक्लियर फैसिलिटीज केन्द्र हैं, जिनमें बोनाब, रामसर और तेहरान में अनुसंधान रिएक्टर शामिल हैं। अरक में एक भारी जल रिएक्टर और उत्पादन संयंत्र है। बुशहर में एक परमाणु ऊर्जा स्टेशन है, जबकि, गाचिन में एक यूरेनियम खदान, इस्फ़हान में एक यूरेनियम रूपांतरण संयंत्र, नटान्ज़ और कोम में एक यूरेनियम संवर्धन संयंत्र और फोर्डो में एक अन्य भूमिगत यूरेनियम संवर्धन सुविधा मौजूद हैं।

जबकि, इजराइल का अतीत में दुश्मन की परमाणु सुविधाओं पर हमले करने का भी इतिहास रहा है, जिनमें से एक प्रसिद्ध जून 1981 का ऑपरेशन ओपेरा शामिल है, जहां उसने सद्दाम हुसैन के शासन के दौरान ओसिरक में इराक के परमाणु रिएक्टर पर बमबारी की थी। वहीं, हाल के दिनों में इजराइल ने कई ऐसे सैन्य अभ्यास किए हैं, जिसमें उसने ईरानी परमाणु ठिकाने पर हमला करने का अभ्यास किया है।

लिहाजा, आशंका इस बात को लेकर है, कि क्या इजराइल, ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करने की तैयारी कर रहा है और दूसरी आशंका इस बात को लेकर है, कि अगर ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमले होते हैं, तो फिर उसका क्या अंजाम होगा?

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